कार चलाना कैसे सीखे?
कार चलाना कैसे सीखे?
मित्रों कार चलाना कोई बड़ी बात नहीं है, आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसके पास खुद की गाड़ी हो और उसे गाड़ी चलाना आता हो। तो हम आज के इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे की कार या फिर चार पहिया वाहन को कैसे चलाया जाता है। कार चलाने की विधि को हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे और आज से ही इसी आर्टिकल के माध्यम से आपकी ड्राइविंग क्लास शुरू करते हैं।
किसी भी वाहन को चलाने से पहले हमारे लिए सबसे जरूरी होता है कि हम उस वाहन के बारे में संपूर्ण प्रकार के जानकारी हासिल कर ले और उस वाहन के यंत्रों की उपयोगिता समझने की कोशिश करें।
समय को देखते हुए बाजार में समय के बदलाव के साथ साथ वाहनों की स्थितियों में भी बदलाव आ गए हैं। शुरुआती दौर में मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार आया करती थी तथा उसके बाद समय के साथ साथ तकनीकी तरीकों में भी बदलाव किए गए जिसके बाद बाजार में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कार भी मौजूद होने लग गई तथा समय कि और अधिक महत्ता तो तब साबित हो गई जब इंसान ने पूर्ण रूप से इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का आविष्कार कर दिया, जो इंधन की खपत को बचाकर विद्युत के आधार पर वाहनों को चलाता है। कारों में इलेक्ट्रॉनिक बैटरी मौजूद करवा कर वाहनों को संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक वाहन बना दिए गए हैं।
इन तीनों प्रकार के वाहनों को चलाने में लगभग समान रुप की प्रक्रिया होती है जिसमें से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार को कैसे चलाएंगे उसके बारे में हम विस्तार पूर्वक जानने की कोशिश करते हैं।
गाड़ी चलाना सीखने के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास आपकी खुद की कार अथवा गाड़ी हो। बाजार में आज बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध है, हर शहर में जगह-जगह ड्राइविंग स्कूल मौजूद है, जो लोगों को कार चलाने सिखाते हैं और उन्हें गाड़ियों के बारे में काफी हद तक जानकारियां प्रदान करते हैं। इन सब चीजों के बदले व्यक्ति को एक फीस अदा करनी होती है।
मित्रों गाड़ी चलाना सीखने के लिए सबसे पहले हम कार अथवा वाहन के बारे में जानकारी हासिल करेंगे, समझेंगे कि उस वाहन में कौन-कौन सी सुविधाएं दी गई है, जो हमारे लिए जानना बहुत ही जरूरी होता है। लगभग सभी वाहनों में एक जैसी ही सुविधाएं दी गई होती है, परंतु आधुनिक समय के अनुसार कई वाहनों में कुछ कुछ बदलाव को भी देखा गया है। लेकिन मुख्य रूप से जो यंत्र गाड़ी चलाने के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं सामान्यतः सभी यंत्र प्रत्येक गाड़ी में उसी जगह पर मौजूद होते हैं, जैसे कि किसी भी सामान्य कार में दाएं तरफ ड्राइवर की सीट होती है। ड्राइवर के बिल्कुल सामने स्टीयरिंग व्हील होता है, बाएं हाथ की तरफ नीचे की ओर गियर होता है, स्टेरिंग के पीछे मीटर लगे होते हैं, जिसमें वाहन की गति, वाहन में मौजूद पेट्रोल और डीजल और इसके अलावा वाहन के अंदर दी गई सुविधाओं जैसे वाइपर, इंडिकेट, हेड लैंप, फोकस लाइट, इंजन रिफ्रेशमेंट, सर्विस रिक्वायरमेंट के आधार पर यहां पर चिन्ह् बने होते हैं। जिन की सुविधाओं के आधार पर अलग अलग पहचान के रूप में उन्हें चिन्हित किया जाता है।
ड्राइवर के पैरों में मौजूद दाएं तरफ यानी ड्राइवर के Right Leg की तरफ एक्सीलेटर (Accelerter) होता है, जिसका कार्य वाहन की गति को नियंत्रित करना होता है। उसके बाद मध्य में ब्रेक मौजूद होता है, जिसका होना वाहन में बहुत ही जरूरी होता है। यह हमारी कार को रोकने की भूमिका अदा करता है तथा उसके बाद सबसे बांई ओर क्लच पैडल मौजूद होता है। जिसका कार्य हमारी कार के गियर को शिफ्ट करने अथवा गैर को बदलने में सहायता करता है। इस यंत्र का उपयोग किस प्रकार किया जाना चाहिए उसके बारे में आप आगे के आर्टिकल में भी दिखाया जाएगा।
आप कार चलाना सीखने के लिए ड्राइविंग स्कूल की सहायता ले सकते हैं और उसके अलावा जो व्यक्ति वाहन चलाने में निपुण है, जिसे गाड़ी की संपूर्ण जानकारी होती है ऐसे व्यक्ति से राय लेकर कार चलाना सीख सकते हैं। आपको सबसे पहले कार का स्टेरिंग संभालना आना चाहिए, जिससे आप कार को नियंत्रित कर सकते हैं तथा बहुत ही जरूरी होता है कि कार चलाने के लिए आपको स्टियरिंग के साथ एक्सीलेटर और ब्रेक का भी तालमेल बिठाना आना चाहिए। इन चीजों का तालमेल बैठने के बाद आप कार को अपने नियंत्रण में रख सकते हैं। शुरुआती दौर में यह ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है कि कार की स्पीड इतनी ही बढ़ाएं जितना आप उसे नियंत्रण में रख सकते हैं। गाड़ी में ओवर स्पीड ना करें क्योंकि कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती है अचानक ही, जिसमें वाहन को नियंत्रण करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है, ऐसे में दुर्घटना होने की संभावना मौजूद होती है।
अब आइए जानते हैं कि हमारी कार का क्लच कैसे काम करेगा?
जैसा कि मैंने आपको बताया कार में क्लच पेडल ड्राइवर के पैरों में बांई तरफ होता है इसको समझने के लिए आप बंद कार में बैठ कर गियर बदलना सीखें जिसमें आप यह ध्यान रखें कि क्लच दबाकर ही गैर को बदलना है, ऐसा आप मैनुअली जब मन करे अथवा जब आपके पास समय हो बंद गाड़ी में बैठकर ही करें और यह प्रक्रिया करके बार-बार आपका प्रयास करना आपको गैर बदलना और क्लच का उपयोग करना सिखा देगा।
क्लच का मुख्य कार्य होता है वह इंजन और आपके कार के व्हील्स के बीच का संपर्क हटा देता है। इसके बाद जब आप क्लच दबाए हुए होते हैं तो आपकी गाड़ी का एक्सीलेटर काम करना बंद कर देता है। जिससे गाड़ी की गति बढ़ना बंद हो जाएगी। क्लच दबाने के दौरान आप अपनी गाड़ी का गियर बदल सकते हैं। ध्यान रखें बिना क्लच दबाए आप गाड़ी का गियर नहीं बदल पाएंगे।
गियर बदलना सीखें:-
गाड़ी के इंजन के आधार पर वाहनों में गियर की शिफ्टिंग पोजीशन को दिया जाता है। हालांकि सामान्यतः सभी कारों में 6 बार गियर बदलना से होता है। सबसे पहले आप मैनुअली बंद कार में गैर शिफ्ट करना सीख सकते हैं । जिसमें साधारण स्थिति में से निकल कर के बदल सकते हैं फिर उसे एक से पांच के क्रम में गियर लगाकर स्थितियों को सीख सकते हैं अथवा गियर शिफ्ट करने में आपको रिवर्स का ऑप्शन मिलेगा जिसमें गाड़ी को पीछे की ओर चलाया जाता है। वाहनों में रिवर्स गियर की सुविधा को शिफ्टिंग के शुरुआत में अथवा शिफ्टिंग के अंत में दिया जाता है।
अब बंद गाड़ी को स्टार्ट करके चलाने का प्रयास करेंगे तब गाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए एक नंबर पर गियर को शिफ्ट करें उसके बाद आपकी कार की गति ज्यादा होने पर 2, 3, 4 और 5 की स्थिति में लाकर वाहन को आराम से चलाएं।
ध्यान रखें कि जब आप नई नई कार चलाना सीख रहे हैं तो उसका बार-बार बंद होना वाजिब है, इस स्थिति में निराश नहीं हो और अपने प्रयास को निरंतर जारी रखें।
जब आप की गाड़ी आगे की तरफ बढ़ने लग जाए तब आप अपनी कार की गति के आधार पर अथवा आपके कार के इंजन की आवाज के आधार पर गियर को बदलना सीखे।
समय के साथ साथ पहचान करें कि कब आप की गाड़ी को गियर बदलने की जरूरत है। ध्यान रखें सबसे जरूरी बात आपके क्लच पेडल और एक्सीलेटर पेडल दोनों को एक साथ उपयोग में नहीं ले रहे हैं।
जब आप अपने वाहन को अब आगे बढ़ाना चाह रहे हैं तब गियर बदलने के बाद घर के एक्सीलेटर को दबाए तथा गति को नियंत्रण करते हुए जरूरत के हिसाब से कार की स्पीड को नियंत्रित करें।
जब आप अपनी चलती हुई कार को रोकना चाहते हैं तब आप गाड़ी को कंट्रोल करने के लिए एक बारी में ही एक नंबर गियर पर नहीं लाना है, शुरुआती समय में आपको इन सब चीजों का तालमेल नहीं समझ में आएगा इसके लिए सबसे आसान तरीका यह रहेगा कि आप अपने कार का क्लच पेडल पूरी तरह से दबा दीजिए और साथ ही कार को न्यूट्रल की स्थिति में ले आएं तथा इसके बाद धीरे-धीरे ब्रेक पेडल को दबाकर कार को रोकने का प्रयास करें इसमें यह भी जरूरी है कि ब्रेक पेडल का कितना उपयोग कर रहे हैं। आपातकालीन की स्थिति अलग होती है और सामान्य स्थिति में रोकने के लिए आप जरूरत के हिसाब से थोड़ा थोड़ा दबाव बनाकर भी ब्रेक द्वारा गाड़ी रोक सकते हैं।
जब आप नए-नए कार चलाना सीख रहे होते हैं तब आप ऐसे व्यक्ति के साथ बैठकर कार चलाना सीखे जिसे कार चलाने का काफी अनुभव हो तथा उसे कार से संबंधित संपूर्ण जानकारी होती है। ऐसा व्यक्ति ही आपको सफलतापूर्वक गाड़ी चलाना सिखा सकता है और आपको एक अच्छा ड्राइवर भी बना सकता है।
जब आप शुरुआती दौर में कार चलाना सीख रहे हैं तो अपनी कार को ढलान वाले क्षेत्रों में ले जाने से बचें, शुरुआती दौर में आप अपनी कार को समतल क्षेत्र में ही रखें जहां की सड़क समतल हो अथवा अन्य गाड़ियों की आवाजाही कम से कम हो।
गाड़ी चलाने के साथ-साथ आपको गाड़ी को रोकने और गाड़ी को पार्किंग की स्थिति में लाने आना भी बहुत जरूरी होता है चलाने के साथ-साथ आप यह भी समझें की गाड़ी को किस स्थिति में आप पार्क कर सकते हैं तथा गाड़ी में दिए गए रिवर्स गियर का उपयोग आप किस प्रकार से करते हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको कार चलाने की सामान्य जानकारी दी गई है। कार चलाने के लिए आपसे इसी जानकारी पर आधारित नहीं होना चाहिए। अनुभवी ड्राइवर की सलाह लेते रहें तथा कार चलाते समय उसे अपने साथ रखने का आग्रह करें।
समय के साथ जब आप बार-बार कार चलाने का प्रयास करेंगे तब निसंदेह आप जल्दी ही सफलतापूर्वक कार चलाना सीख जाएंगे।
अंत में इस आर्टिकल में मैं आपको सबसे महत्वपूर्ण बात बताऊंगा की वाहन चलाने से पहले आप हमेशा यातायात नियमों की पालना करें सुनिश्चित करें कि आप की उम्र 18 साल से अधिक हैं और आपके पास कार चलाने का परिवहन विभाग द्वारा दिया गया वैध लाइसेंस मौजूद है। अथवा वहां से आपको कार चलाने के लिए लर्निंग लाइसेंस भी दिया जाता है, उसका होना भी जरूरी है।
सड़क पर वाहन लेकर जाने से पहले सुनिश्चित करें कि आपने कार का सीट बेल्ट लगा रखा है, साथ ही संपूर्ण प्रकार के यातायात नियमों की जानकारी हासिल करें। जिसके द्वारा सड़क पर होने वाले हादसों को खत्म किया जा सकता है। वाहन चलाते समय लापरवाही बिल्कुल भी नहीं करें।
आशा करते हैं हमारा यह आर्टिकल आपको बहुत ही पसंद आया होगा तथा आपके निजी जीवन में इस आर्टिकल कि कहीं ना कहीं उपयोगिता साबित हो।
इस आर्टिकल संबंधित किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी अगर आपके पास हो तो हमारे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके हमें बता सकते हैं और अगर कोई त्रुटि मौजूद हो तो भी शिकायत करने के लिए हमारे कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं।
FAQs.
1.) कार चलाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपकी आयु सीमा क्या होती है?
Ans. अगर आप परिवहन विभाग द्वारा लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपकी आयु सीमा कम से कम 17.6 वर्ष होनी चाहिए अथवा परमानेंट वैध लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कम से कम 18 वर्ष का होना जरूरी होता है।
2.) प्रत्येक कार में ब्रेक एक्सीलेटर और क्लच पेडल की स्थिति क्या होती है?
Ans. किसी भी कार में जो मैनुअल ट्रांसमिशन पर आधारित होती है ऐसी कार में सबसे दाएं तरफ एक्सीलेटर होता है, उसके बाद भाई और ब्रेक पेडल होता है और सबसे बाई तरफ क्लच पेडल मौजूद होता है।
3.) किस यंत्र के साथ तालमेल बनाकर आप अपने कार का गियर बदल सकते हैं?
Ans. क्लच तथा एक्सीलेटर के साथ नियंत्रण बना कर आप अपनी कार का गियर बदल सकते हैं।
4.) आप अपनी कार को पीछे की तरफ चलाने के लिए किस यंत्र का प्रयोग करेंगे?
Ans. कार को पीछे की तरफ चलाने के लिए कार को रिवर्स गियर में चलाना पड़ता है, जिसकी सहायता से आप अपनी कार को पीछे की तरफ चला सकते हैं।
5.) बाजार में कितने प्रकार के ट्रांसमिशन वाली कारें मौजूद है?
Ans. बाजार में तीन प्रकार के ट्रांसमिशन वाली कार मौजूद है, जिसमें पहली मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारें, दूसरी ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कार तथा तीसरी इलेक्ट्रॉनिक कार मौजूद है।